कभी मोबाइल में उसकी तस्वीर रखता हूँ
कभी हाथ पर उसका नाम लिखता हूँ
उसके ख्याल मात्र से ही चेहरे पे चमक देखता हूँ
न जाने क्यूँ वो कागज़ का टुकड़ा अब भी पास रखता हूँ
कौन है वो?
जब ये खुद से पूछता हूँ
तो पहली बार खुद को निरुत्तर पाता हूँ
फिर बरबस ही एक आवाज़ आती है
एक कहानी है, जो लगता है बहुत पुरानी है
एक गीत है, जिसमे न हार है न जीत है
एक प्यार भरा एहसास है की कोई हर पल साथ है
एक सपना है जो बिलकुल ही अपना है
खुश हूँ तो मुस्कान है मेरी
मेरे रातोँ की चांदनी है वो
तो कभी भीनी भीनी हवा की शीतलता है
अकेलेपन में एक जिंदादिल साथ है
भीड़ में भी एक अटल विश्वास है
कभी एक खुशनुमा रास्ता है
तो कभी हमराही और कभी मंजिल
जिसको पढ़ न सकूँ, ऐसी एक किताब है
एक उन्सुल्झे सवाल का जवाब है
एक अच्छे कल की उम्मीद है
कभी दिवाली है तो कभी ईद है
कभी सोचता हूँ की एक टेंशन है
फिर ये टेंशन भी अच्छी लगती है
कभी लगता एक दर्द है जो बहुत ख़ास है
तो कभी एक दवा है जिससे चलती हर सांस है
कभी गलतियां करने की एक वजह है
तो कभी गलतियो को सुधारने की एक जगह है
इस बददिमाग का दिमाग है कभी
तो कभी इसकी मुर्खता झेलने वाला एक प्यारा सा राग है
समझ में नहीं आता, सिर्फ दिल्लगी है
या मेरी ज़िन्दगी है...
कभी हाथ पर उसका नाम लिखता हूँ
उसके ख्याल मात्र से ही चेहरे पे चमक देखता हूँ
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Source: Internet |
कौन है वो?
जब ये खुद से पूछता हूँ
तो पहली बार खुद को निरुत्तर पाता हूँ
फिर बरबस ही एक आवाज़ आती है
एक कहानी है, जो लगता है बहुत पुरानी है
एक गीत है, जिसमे न हार है न जीत है
एक प्यार भरा एहसास है की कोई हर पल साथ है
एक सपना है जो बिलकुल ही अपना है
खुश हूँ तो मुस्कान है मेरी
मेरे रातोँ की चांदनी है वो
तो कभी भीनी भीनी हवा की शीतलता है
अकेलेपन में एक जिंदादिल साथ है
भीड़ में भी एक अटल विश्वास है
कभी एक खुशनुमा रास्ता है
तो कभी हमराही और कभी मंजिल
जिसको पढ़ न सकूँ, ऐसी एक किताब है
एक उन्सुल्झे सवाल का जवाब है
एक अच्छे कल की उम्मीद है
कभी दिवाली है तो कभी ईद है
कभी सोचता हूँ की एक टेंशन है
फिर ये टेंशन भी अच्छी लगती है
कभी लगता एक दर्द है जो बहुत ख़ास है
कभी गलतियां करने की एक वजह है
तो कभी गलतियो को सुधारने की एक जगह है
इस बददिमाग का दिमाग है कभी
तो कभी इसकी मुर्खता झेलने वाला एक प्यारा सा राग है
समझ में नहीं आता, सिर्फ दिल्लगी है
या मेरी ज़िन्दगी है...
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